tag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post2171043616718180892..comments2023-10-17T20:27:18.757+05:30Comments on Sahitya Surbhi: बिटियादिलबागसिंह विर्कhttp://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-61802878749727537612015-07-16T12:52:30.482+05:302015-07-16T12:52:30.482+05:30बहुत बढ़िया बहुत बढ़िया सु-मन (Suman Kapoor)https://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-13171924089245197512011-09-05T17:30:07.088+05:302011-09-05T17:30:07.088+05:30बेटी होना कोई गुनाह तो नहीं बिल्कुल सही कहा आपने द...बेटी होना कोई गुनाह तो नहीं बिल्कुल सही कहा आपने दिलबाग जी.बहुत खूबpreet arorahttps://www.blogger.com/profile/07204663125845079820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-26338943634103572342011-05-26T16:42:56.452+05:302011-05-26T16:42:56.452+05:30सच है बेटी बेटे से कई कई कदम आगे है ... लाजवाब तरी...सच है बेटी बेटे से कई कई कदम आगे है ... लाजवाब तरीके से मन के भाव समेटे हैं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-89006246245074340412011-05-26T10:07:16.353+05:302011-05-26T10:07:16.353+05:30Nice post.
मौत की आग़ोश में जब थक के सो जाती है म...Nice post.<br /><br />मौत की आग़ोश में जब थक के सो जाती है माँ<br />तब कहीं जाकर ‘रज़ा‘ थोड़ा सुकूं पाती है माँ<br /><br /><a rel="nofollow"><b>रूह के रिश्तों की गहराईयाँ तो देखिए<br />चोट लगती है हमारे और चिल्लाती है माँ</b></a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-20603836203113588252011-02-12T20:13:32.632+05:302011-02-12T20:13:32.632+05:30भावपूर्ण सुन्दर कविता..
मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आ...भावपूर्ण सुन्दर कविता..<br />मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आभार.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-1282752888771415112011-02-12T15:27:11.674+05:302011-02-12T15:27:11.674+05:30बहुत सुन्दरता से आपने अपने विचार रखे।
सच जिस दिन ...बहुत सुन्दरता से आपने अपने विचार रखे।<br /> सच जिस दिन सभी अह मान ले तो शायद देश की स्थिति मे सौ गुना सुधार दिखने लगेगाpalashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-28831881698134915982011-02-12T13:15:12.232+05:302011-02-12T13:15:12.232+05:30बहुत सुन्दर,बेटा बेटी सब एक सामान होते है|
आपकी भ...बहुत सुन्दर,बेटा बेटी सब एक सामान होते है| <br />आपकी भावनाओं कों नमन ।Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-7955846475728427532011-02-11T21:31:07.034+05:302011-02-11T21:31:07.034+05:30बहुत सुन्दर, दिल जित लिया जी आपने. बेटा बेटी सब एक...बहुत सुन्दर, दिल जित लिया जी आपने. बेटा बेटी सब एक सामान होते है.रविंद्र "रवी"https://www.blogger.com/profile/10164761650423020012noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-73172268450581162012011-02-10T17:44:33.760+05:302011-02-10T17:44:33.760+05:30भले ही मैं
कहता हूँ बेटा उसे
मगर मेरा अंतर्मन
मानत...भले ही मैं<br />कहता हूँ बेटा उसे<br />मगर मेरा अंतर्मन<br />मानता है उसे<br />सिर्फ और सिर्फ<br />प्यारी-सी बिटिया .....<br /><br />मनोभावों को खूबसूरती से पिरोया है। बधाई।Dr. Varsha Singhnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-80790146229224981962011-02-10T17:42:33.093+05:302011-02-10T17:42:33.093+05:30इतनी सुन्दर रचना पहले कभी नहीं पढ़ी । आँख में आंसू ...इतनी सुन्दर रचना पहले कभी नहीं पढ़ी । आँख में आंसू आ गए । बेटी हूँ न , और हमेशा अपने पापा की लाडली भी , इसलिए समझ सकती हूँ आपकी भावनाओं कों इस प्यारी सी बिटिया के लिए। आपकी रचना के माध्यम से आपकी भावनाओं कों समझा। आपके लिए मन में बहुत सम्मान है ।<br /><br />बेटी कों बेटी ही समझिये , क्यूंकि बेटा और बेटी एक समान हैं। इश्वर की कृपा से घर में नन्ही परी आई है तो उस नाज़ुक सी परी कों उसका पूरा सम्मान मिलना ही चाहिए।<br /><br />आपकी भावनाओं कों नमन ।ZEALnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3127805122051241213.post-21324510972851114602011-02-10T17:40:21.360+05:302011-02-10T17:40:21.360+05:30बहुत ही बढ़िया रचना.
मेरी भी एक बेटी है.आप के जज़्...बहुत ही बढ़िया रचना.<br />मेरी भी एक बेटी है.आप के जज़्बात समझ सकता हूँ मैं.<br /><br />गर तेरा बचपन नहीं होता.<br />घर मेरा गुलशन नहीं होता.<br />सलामsagebobnoreply@blogger.com