मंगलवार, अप्रैल 24, 2012

अगजल - 39

छूटता जा रहा है हंसते - खेलते जीने का फलसफा 
सियासत की छोडो, अब मोहब्बत में भी मिलता है दगा ।

दस्तूर इस जमाने के देखकर बड़ा हैरान हूँ मैं
पास-पास रहने वाले लोगों में है कितना फासिला ।
कैसे दिल को समझाऊं , शातिर था वो दिलो-दिमाग से
चेहरा जिसका मासूम था , लगता था जो बड़ा भला ।

चलो एक और आदमी की असलियत से हुए वाकिफ
ये कहकर समझाया दिल को, जब मिला कोई बेवफा ।

प्यार खुशियाँ देगा , ये वहम तो कब का उड़ चुका है
अब देखना ये है , मैं कब तक निभाता रहूँगा वफा ।

बड़ा गम उठाया है मैंने विर्क हकीकत बयाँ करके   
क्या मिला बोलकर, अब तो सोचता हूँ क्यों न चुप रहा ।

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15 टिप्‍पणियां:

  1. बड़ा गम उठाया है मैंने विर्क हकीकत बयाँ करके
    क्या मिला बोलकर, अब तो सोचता हूँ क्यों न चुप रहा
    ....वाह क्या बात है!

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  2. वाह जी वाह........
    चलो एक और आदमी की असलियत से हुए वाकिफ
    ये कहकर समझाया दिल को, जब मिला कोई बेवफा ।

    बहुत बढ़िया अगज़ल............
    अनु

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  3. दस्तृर इस जमाने का देखकर
    बड़ा हैरान हुं मैँ
    पास पास रहने वाले
    लोगोँ में है
    कितना फासला ।
    ....बहुत सुंदर पक्तियां .....!

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  4. चलो एक और आदमी की असलियत से हुए वाकिफ
    ये कहकर समझाया दिल को, जब मिला कोई बेवफा ।
    लाज़वाब!

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  5. टिपण्णी को एक नज्म के द्वारा देना चाहताहूँ-
    " तासीर , तारिक की भी होती है उदय ,
    चाँद पैदा करने हुनर रखता है "
    सिद्दत से लिखी गयी गजल .....

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  6. शैर सारे इस ग़ज़ल के आगे बढ़के खुद बोलते हैं ,पूरी ज़बान खोलते हैं .बधाई स्वीकार करें .

    कृपया यहाँ भी पधारें रक्त तांत्रिक गांधिक आकर्षण है यह ,मामूली नशा नहीं
    शुक्रवार, 27 अप्रैल 2012

    http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/04/blog-post_2612.html
    मार -कुटौवल से होती है बच्चों के खानदानी अणुओं में भी टूट फूट
    Posted 26th April by veerubhai
    http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/04/blog-post_27.html

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  7. इंसान को इंसानियत का पता बताती खूबसूरत रचना |

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  8. चलो एक और आदमी की असलियत से हुए वाकिफ
    ये कहकर समझाया दिल को, जब मिला कोई बेवफा ।


    वाह बेहद खूबसूरत लेखनी ...

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  9. चलो एक और आदमी की असलियत से हुए वाकिफ
    ये कहकर समझाया दिल को, जब मिला कोई बेवफा ।
    वाह!!!!

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यहाँ तक पहुंचने के लिए आभार | आपके शब्द मेरे लिए बहुमूल्य हैं | - दिलबाग विर्क