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मेरी पुस्तकें
मेरे बारे में
चंद आँसू, चंद अल्फ़ाज़ ( कविता संग्रह )
बुधवार, फ़रवरी 26, 2014
वो गले तो मिले, दिल मिलाता नहीं
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बुधवार, फ़रवरी 19, 2014
कजरारे नैनों ने चैन चुराया है
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बुधवार, फ़रवरी 12, 2014
दीवाने तो दीवाने होते हैं
बुधवार, फ़रवरी 05, 2014
बसंत
पीली चुनर
ओढ़ ली सरसों ने
पहली दस्तक है
ये बसंत की
मुस्कराएँगे फूल
संभाल लेना दिल ।
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पीली सरसों
रंग-बिरंगे फूल
झूम उठा है दिल
समझो इसे
नफरत न चाहे
प्यार की बसंत हो |
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