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चंद आँसू, चंद अल्फ़ाज़ ( कविता संग्रह )
मंगलवार, मई 21, 2013
सपनों की उड़ान
तब बे ' मानी हो जाती है
सपनों की उड़ान
जब इनका जमीं से कोई वास्ता नहीं होता ।
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