गर्दिश में हैं आजकल सितारे, क्या करें ?
हमें धोखा दे गए सब सहारे, क्या करें ?
कौन चाहता है, सबसे अलग-थलग पड़ना
क़िस्मत ने कर दिया किनारे, क्या करें ?
ख़ुद से ज्यादा एतबार था हमें उन पर
बेवफ़ा निकले दोस्त हमारे, क्या करें ?
लापरवाही थी, जीतने की न सोचना
जब अपने हाथों ही हैं हारे, क्या करें ?
बहारें नसीब नहीं होती यहाँ सबको
रूठ गए हैं सब नज़ारे, क्या करें ?
माना ‘विर्क’ उसने मेरा नहीं होना
दिल बार-बार उसको पुकारे, क्या करें ?