अपनी हस्ती को गम के चंगुल से आजाद करने का
काश ! हम सीख लेते हुनर खुद को शाद करने का ।
अंजाम की बात तो बहारों पर मुनस्सर है लेकिन
इरादा तो हो वीरान चमन को आबाद करने का ।
इन्हें कुछ भी मतलब नहीं होता किन्हीं मुद्दों से
लोगों को तो बस मौका चाहिए फसाद करने का ।
मुमकिन है हार के बाद हताशा हो जाए हावी
मगर हौंसला रखना , खुदा से फरियाद करने का ।
बदलते मौसमों का इस पर कुछ असर नहीं होता
ढूंढ ही लेता है दिल बहाना , तुझे याद करने का ।
ये तो हमारी ही खताएं थी विर्क जो भारी पड़ी
जमाने में कहाँ दम था हमें बर्बाद करने का ।
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काश ! हम सीख लेते हुनर खुद को शाद करने का ।
अंजाम की बात तो बहारों पर मुनस्सर है लेकिन
इरादा तो हो वीरान चमन को आबाद करने का ।
इन्हें कुछ भी मतलब नहीं होता किन्हीं मुद्दों से
लोगों को तो बस मौका चाहिए फसाद करने का ।
मुमकिन है हार के बाद हताशा हो जाए हावी
मगर हौंसला रखना , खुदा से फरियाद करने का ।
बदलते मौसमों का इस पर कुछ असर नहीं होता
ढूंढ ही लेता है दिल बहाना , तुझे याद करने का ।
ये तो हमारी ही खताएं थी विर्क जो भारी पड़ी
जमाने में कहाँ दम था हमें बर्बाद करने का ।
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8 टिप्पणियां:
इन्हें कुछ भी मतलब नहीं होता किन्हीं मुद्दों से
लोगों को तो बस मौका चाहिए फसाद करने का ।
nice presentation.आजादी ,आन्दोलन और हम ek और भी प्रोन्नति में आरक्षण :सरकार झुकना छोड़े
बढ़िया है भाई जी |
बधाई ||
हुई खताएं खुदी से, दब्बूपन की भेंट |
शुभ-अवसर आते रहे, लेकिन रविकर लेट |
लेकिन रविकर लेट, ट्रेन छोड़ी इ'स्टेशन |
रखता भाव समेट, मिले जीवन में लेशन |
जाया टिप्पण होय, नहीं अब जाया जाए |
रुई कान में डाल, बात पर वो मुस्काये ||
ये तो हमारी ही खताएं थी विर्क जो भारी पड़ी
जमाने में कहाँ दम था हमें बर्बाद करने का ।
बहुत खूब
इन्हें कुछ भी मतलब नहीं होता किन्हीं मुद्दों से
लोगों को तो बस मौका चाहिए फसाद करने का ।
एक दम सही बात ....लोगों को बस एक बेकार के मुद्दे पर फसाद करने का मौका चाहिए होता हैं
बहुत सुंदर !
बहुत खूब लिखा है कि
अंजाम की बात तो बहारों पर मुनस्सर है लेकिन
इरादा तो हो वीरान चमन को आबाद करने का ।
जमाने का आलम कुछ ऎसा है लेकिन
अंजाम की बात तो बहारों पर मुनस्सर है लेकिन
इरादा तो हो आबाद चमन को वीरान करने का
मुमकिन है हार के बाद हताशा हो जाए हावी
मगर हौंसला रखना , खुदा से फरियाद करने का ।
बदलते मौसमों का इस पर कुछ असर नहीं होता
ढूंढ ही लेता है दिल बहाना , तुझे याद करने का ।
खूबसूरत कहन .....
दिलबाग भाई, आपके दिल से निकले विचार हमारे दिल तक पहुंचे। बधाई।
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डायन पुराण का विज्ञान!
हर अदा पर निसार हो जाएँ...
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