बुधवार, फ़रवरी 26, 2020

कविता

पानी भरे खेतों में
धान रोपते किसान
फैक्ट्रियों में
उत्पाद तैयार करते
मज़दूर
अट्टालिकाएँ बनाते
राजमिस्त्री
रच रहे होते हैं कविता
कविता
सिर्फ़ कवि नहीं लिखता


दिलबागसिंह विर्क 
*******

6 टिप्‍पणियां:

yashoda Agrawal ने कहा…

आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में शुक्रवार 28 फरवरी 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

विभा रानी श्रीवास्तव ने कहा…

वाहः
अद्धभुत

Sudha Devrani ने कहा…

वाह!!!
सृजन ही रचना है और रचना कविता....
बहुत सटीक।

शुभा ने कहा…

वाह!बहुत खूब👌

कविता रावत ने कहा…

सच कविता केवल शब्दों के खेल नहीं

Anuradha chauhan ने कहा…

बहुत सुंदर

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