प्यार
भावना था कभी
आजकल भाषण है ।
क्योंकि
सुबह के वक्त
दोपहर के वक्त
शाम के वक्त
घर से निकलते वक्त
घर आते वक्त
फोन पर बतियाते वक्त
बार-बार दोहराया जाता है
एक जुमला
मुझे तुमसे प्यार है ।
भले ही
पति-पत्नी दोनों का मुंह
रहता हो विपरीत दिशाओं में
भले ही
एक-दूसरे की अवमानना
आम बात हो
भले ही
घर से बाहर जाते ही
कोई और भी लगता हो
दिल को प्यारा
फिर भी
एक-दूसरे को
अंधेरे में रखने के लिए
अक्सर दोहराया जाता है
यह जुमला
मुझे तुमसे प्यार है ।
यह जुमला
बेहद जरूरी है
क्योंकि अब
प्यार भावना नहीं
महज एक भाषण है ।
प्यार एहसास नहीं
महज एक दिखावा है ।
प्यार आजकल
एक ओवरकोट है
जो कभी भी उतारा जा सकता है
जो कभी भी पहना जा सकता है
कभी भी
किसी को भी
कहा जा सकता है
मुझे तुमसे प्यार है ।
मुझे तुमसे प्यार है ।
* * * * *
10 टिप्पणियां:
excellent...
बेहतरीन रचना...
बहुत बढ़िया सर!
अच्छी प्रस्तुति, धन्यवाद
बिलकुल सच ......
सटीक .... आज कल लोग दिखावे में ही विश्वास करते हैं ... अच्छी प्रस्तुति
खुबसूरत रचना
जी हा कुछ लोग है जिनके लिए प्यार दिखावा है
बेहतरीन रचना....
वाह ..बहुत खूब ...सटीक लिखा हैं आपने
"प्यार आजकल
एक ओवरकोट है
जो कभी भी उतारा जा सकता है
जो कभी भी पहना जा सकता है"
और फिर भी कहा जाता है कि मुझे तुमसे प्यार है........
बिलकुल सच...
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