सुन मीठे बोल बिका है शायद
दिल छोटा-सा बच्चा है शायद ।
दाद मिली है लोगों से मुझको
मैंने कुछ झूठ कहा है शायद ।
हर आहट चौंका देती हमको
हम सबमें चोर छुपा है शायद ।
मेरा दिल फिर बेचैन हुआ है
तूने मुझको सोचा है शायद ।
कहती है आज चमक आँखों की
कोई इंसान दिखा है शायद ।
दिल टूटे तो शोर नहीं होता
कोई शीशा टूटा है शायद ।
बहका देता इश्क जिसे भी हो
' विर्क ' तुझे भी रोग लगा है शायद ।
दिलबाग विर्क
1 टिप्पणी:
सुन्दर दोनों बंदिशें बेहद सुन्दर भाव और अर्थ सौंदर्य लिए।
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