ख़ूबसूरत बनी कहानी है
चढ़ गई आग-सी जवानी है ।
मैं जुबां पर यकीं न कर पाऊँ
बात दिल की उसे बतानी है ।
इश्क़ ही हल मिला मुझे इसका
ज़िन्दगी दाँव पर लगानी है ।
प्यार बरसे दुआ यही माँगी
नफ़रतों की अगन बुझानी है ।
आँख के सामने उसे पाया
जब किया इश्क़, याद आनी है ।
बस हमें सीखना इसे जीना
ज़िन्दगी तो बड़ी सुहानी है ।
मारना सीख लें अहम् अपना
' विर्क ' दीवार जो गिरानी है ।
दिलबाग विर्क
* * * * *