बुधवार, जनवरी 30, 2013

गाँधीवाद ? ( हाइगा )


*********

9 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

यह हाइकू तो बहुत सटीक रहा!

देवदत्त प्रसून ने कहा…

छोटे छोटे हाइगा,कितनी गहरी चोट !
खुरच खुरच कर काढ दे समाज की हर खोट ||

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

खादी अगर अब तक है तो चरखा भी होना लाज़मी है उसका रूप भले ही बदल गया हो


बढिया हाइगा

Meena Bhardwaj ने कहा…

गागर में सागर सरीखा हाइगा ।

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

सटीक

Onkar ने कहा…

सटीक

विकास नैनवाल 'अंजान' ने कहा…

बेहद सटीक......

Shantanu Sanyal शांतनु सान्याल ने कहा…

बहुत ही सामयिक परावर्तन - - लोग नाम के सहारे तरे जा रहे हैं।

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...