इस दिल ने नादानी में
आग लगा दी पानी में ।
वा'दे सारे खाक हुए
आया मोड़ कहानी में ।
तेरी याद चली आए
है ये दोष निशानी में ।
लोग फँसे नादानी में ।
या रब ऐसा क्यों होता
दुख हर प्रेम कहानी में ।
टूटा दिल बहते आँसू
पाए ' विर्क ' जवानी में ।
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1 टिप्पणी:
या रब ऐसा क्यों होता
दुख हर प्रेम कहानी में ...
बहुत खूबसूरत रचना
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