हमें भी उम्मीद का एक आशियां बनाने दो
कांटो भरी बेल पर कोई फूल खिलाने दो ।
क्या हुआ गर बिखेर दिए हैं तिनके किस्मत ने
दूर जा चुकें हैं जो , उनको पास बुलाने दो ।
गर दम हुआ वफा में तो छंटेगा अँधेरा भी
रौशनी के लिए अपने दिल को जलाने दो ।
मुहब्बत का चिराग जले उम्र भर इसके लिए
तूफानों को अपने आगोश में सुलाने दो ।
उनकी बेवफाई कहीं ले न जाए उन्हें गर्त में
बेगाने बने हैं जो, उन अपनों को बचाने दो ।
चंद रोज की जिन्दगी काफी है विर्क मेरे लिए
किसी की ख़ुशी के लिए खूने-जिगर बहाने दो ।
दिलबाग विर्क
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कांटो भरी बेल पर कोई फूल खिलाने दो ।
क्या हुआ गर बिखेर दिए हैं तिनके किस्मत ने
दूर जा चुकें हैं जो , उनको पास बुलाने दो ।
गर दम हुआ वफा में तो छंटेगा अँधेरा भी
रौशनी के लिए अपने दिल को जलाने दो ।
मुहब्बत का चिराग जले उम्र भर इसके लिए
तूफानों को अपने आगोश में सुलाने दो ।
उनकी बेवफाई कहीं ले न जाए उन्हें गर्त में
बेगाने बने हैं जो, उन अपनों को बचाने दो ।
चंद रोज की जिन्दगी काफी है विर्क मेरे लिए
किसी की ख़ुशी के लिए खूने-जिगर बहाने दो ।
दिलबाग विर्क
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