सोमवार, जुलाई 29, 2013

कहकहों का शोर

कहकहों का शोर आज फिर गूँजा फिजा में यारो 
किसी ने दिल तोड़ा है या कोई दर्द छुपा रहा है ।

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3 टिप्‍पणियां:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

देख लो जाकर एक बार
कहकहों पर मत जाओ
क्या पता चलता है
जब कोई अपने दिल में
तुम्हारा दिल छुपा रहा है !

Kailash Sharma ने कहा…

वाह! बहुत खूब....

moulshree kulkarni ने कहा…

वाह.… बेहतरीन.…पढ़ते ही बस यही शब्द निकले हृदय से.…

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