वो
बात -
बात
पर हँसता है
लोगों
को पागल लगता है |
हो
रहा ये अजूबा कैसे
आँधियों
में चिराग जलता है |
सिकन्दर
है वो,
या
कलंदर
जो
दिल में आया करता है |
वक्त
के साँचे में ढलते सब
क्या
वक्त साँचों मे ढलता है ?
सुना
तो है मगर देखा नहीं
पाप
का ये घड़ा भरता है |
उसूलों
की बात मत छेड़ो
यहाँ
पर '
विर्क
'
सब
चलता है |
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