नव जीवन की आस ले , आया है नव वर्ष
माहौल बने शान्ति का , फैले हर-सू हर्ष ।
फैले हर - सू हर्ष , यही कोशिश हो सबकी
सुधरें कुछ हालात, मिले न किसी को धमकी ।
संभव है बदलाव , अगर ठानें सबका मन
नए वर्ष के साथ , करें शुरू हम नव जीवन ।
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साल नया है आ गया , मनाओ भले जश्न
पर सुधरें हालात भी , कुछ करना तुम यत्न ।
कुछ करना तुम यत्न, पथ प्रगति का अपनाएं
फैलाएं सद्भाव , वैर भाव सब मिटाएं ।
कर आगे का ध्यान , भुला दे जो बीत गया
कहता सबसे विर्क, हो मुबारिक साल नया ।
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7 टिप्पणियां:
बढ़िया है.
नए वर्ष के अवसर पर यही कह सकता हूँ कि:-
नया साल लो आ गया,गया पुराना साल.
खुशियों से कर जाए ये,तुमको मालामाल.
नव वर्ष पर सार्थक रचना
नववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
शुभकामनओं के साथ
संजय भास्कर
navvarsh ki shubhkamnayen.
nav varsh mangalmay ho.
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (27-12-2020) को "ले के आयेगा नव-वर्ष चैनो-अमन" (चर्चा अंक-3928) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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शुभकामनाएँ ।
वाह!बहुत सुंदर सर अनंत शुभकामनायें।
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