HOME
FACEBOOK
My YouTube Channel
मेरी पुस्तकें
मेरे बारे में
चंद आँसू, चंद अल्फ़ाज़ ( कविता संग्रह )
शुक्रवार, जुलाई 26, 2013
इश्क़
खुद को हारना
इश्क़ की पहली शर्त
थी मगर
हमने सीखा था, लड़ते रहो जब तक जीत न हो ।
**********
3 टिप्पणियां:
सुशील कुमार जोशी
ने कहा…
अच्छा है !
इसीलिये तो शादियाँ हो जाती हैं !
जुलाई 26, 2013 8:40 pm
Mahesh Barmate "Maahi"
ने कहा…
बहुत खूब !
अगस्त 05, 2013 12:10 am
mark rai
ने कहा…
behtarin najm........
अगस्त 08, 2013 12:57 pm
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
3 टिप्पणियां:
अच्छा है !
इसीलिये तो शादियाँ हो जाती हैं !
बहुत खूब !
behtarin najm........
एक टिप्पणी भेजें