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चंद आँसू, चंद अल्फ़ाज़ ( कविता संग्रह )
शुक्रवार, जुलाई 05, 2013
जख्म
ऐ दिल मुहब्बत का खेल खेलने से परहेज कर
अभी तूने सीखा नहीं
जख्म
खाकर संभलना ।
**********
3 टिप्पणियां:
Anju (Anu) Chaudhary
ने कहा…
वाह
जुलाई 06, 2013 10:09 am
Kailash Sharma
ने कहा…
बहुत खूब!
जुलाई 06, 2013 3:05 pm
Mahesh Barmate "Maahi"
ने कहा…
bahut khub :)
अगस्त 13, 2013 12:06 am
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3 टिप्पणियां:
वाह
बहुत खूब!
bahut khub :)
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